नवोदय यारी

नवोदय यारी
कहने को तो एक पिंजरा है,
हमारे लिए वो दुनियादारी है,
मुश्क्रिल है बयां शब्दों में कर पाना,
वो मस्ती वाली दुनिया कितनी प्यारी है,
रोम-रोस में बसती है जिसकी आभा,
उपवनों की वो एक क्यारी है,
वो नवोदय है, और नवोदय यारी है।
किसी को हॉस्टल, किसी को मेस
तो किसी को यहाँ की गली प्यारी है,
किसी को बुखार पढ़ाई की ते,
किसी को क्रिकेट की खुमारी है
किसी को झूठा दर्द पेट की है,
तो किसी को दिल की बीमारी है,
वो नवोदय है, और नवोदय यारी है।
बहुत सताते, बहुत चिढ़ाते,
मिलकर के रला भी देते हैं;
आ गए जो एक भी आँसू,
फ़िर सीने से लगा भी लेते हैं;
दास्तां दोस्ती की जहां की,
हर रिश्तों पर भारी है,
वो नवोदय है, और नवोदय यारी है।
– अभिनंदन कुमार

Abhinandan Kumar
JNV Madhepura, Bihar
Batch-2012-2019
You Can Follow Him On Instagram By Clicking The Below Button
Post Background Image Credits
Photo by Paweł Czerwiński on UnsplashTags
#jnvfamily.in, #abhinandankumar, #jnv, #jnvmadhepur, #jnvBihar, #hindipoetry, #poetryislife, #poetryisnotdead, #नवोदय यारी, #navodaya yaari